हौसले बुलंद है तो जीत आसान है. (अजय कुमार चौबे)
Riport firdosh
हौसले बुलंद है तो जीत आसान है. (अजय कुमार चौबे)
लखीमपुर खीरी। इम्पैक्ट गुरुग्राम हरियाणा के सहयोग से उ०प्र० वनवासी सेवा संस्थान, पलिया कलां द्वारा पिछले 9 वर्षो से संचालित बालिका शिक्षा केन्द्रों के ६५ ग्रामो में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सभी केन्द्रों में धूमधाम से मनाया गया, जिसमे बालिका शिक्षा केंद्र ग्राम बनघुसरी, पलिया कलां-खीरी में विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहा पर लगभग ५०० महिलाओ एवं पुरुष तथा बालिकाएं उपस्थित रही. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के आयोजन के इस पुनीत कार्यक्रम में केंद्र के बच्चो ने रंगारंग कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओ को शैक्षणिक, आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर जागरूक किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राम वचन तिवारी, प्रबंधक सरस्वती विद्या मंदिर पलिया तथा
विशिष्ट अतिथि श्री रमाकांत पाण्डेय एवं श्री विकास गुप्ता, अधिवक्ता एवं समाज सेवी, श्री अभिषेक गुप्ता जिला पंचायत सदस्य, श्री सत्यवान चौधरी पूर्व प्रधान द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि श्री राम वचन तिवारी द्वारा यह व्यक्त किया गया कि उत्तर प्रदेश वनवासी सेवा संस्थान की शिक्षिकाओ ने दूसरो के घर पर शिक्षा रूपी चूल्हा जलाकर व बालिकाओ को आगे बढ़ाने का जो कार्य किया है वह बहुत सराहनीय है. उनहोने महिलाओ को आर्थिक रूप से मजबूत होने के लिए प्रेरित किया तथा महिला शक्ति जिंदाबाद का नारा लगाते हुए महिलाओ को जागरूक करने के लिए प्रोत्साहित किया.
विशिष्ट अतिथि रमाकांत पाण्डेय वरिष्ठ समाज सेवक व विकास गुप्ता अधिवक्ता ने बताया की भारत वर्ष में महिलाओ का अग्रणी स्थान रहा है तथा हमारे समाज में महिलाओ को पूजनीय माना जाता है, इस दैरान उन्होंने महिला उत्पीडन, लैंगिग हिंसा तथा भेदभाव को मिटाने का सन्देश दिया. संस्था सलाहकार अजय कुमार चौबे जी ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु महिलाओ को अपने बालिकाओ को अधिक से अधिक पढ़ने एवं आगे की पढाई जारी रखने के लिए संस्था द्वारा हर संभव मदद करने का विश्वास दिया गया. इन्होने बताया की अगर एक लड़की को हम शिक्षित कर देते है तो दो परिवार शिक्षित हो जाते है क्यूंकि वही लड़की आगे चलकर किसी की बहन बेटी तथा बहु के रूप में होती है. हमें समाज में परिवर्तन लाना है तो सबसे पहले महिलाओ तथा बालिकाओ को जागरूक करना होगा यही भारत की प्रथम आधारशिला है
परियोजना समन्वयक पुष्पेन्द्र सिंह ने पिछले 44 वर्षो से चल रहे वनवासी सेवा संसथान तथा इम्पैक्ट गुरुग्राम हरियाणा के बारे में विस्तार से बताया तथा महिला दिवस के उपलक्ष्य पर उपस्थित सभी केंद्र कि बालिकाओ तथा माताओं का आभार व्यक्त किया तथा टाइटन के सहयोग से मात् साक्षरता कार्यकम के बारे बताया कि इम्पैक्ट के इस कार्यक्रम की वजह से पहले महिलाओ को अंगूठा लगाना आता था किन्तु केंद्र पर पढ़कर अब वो हस्ताक्षर करने लगी है तथा अब वो हिंदी पढने लगी है तथा गणित में भी हिसाब किताब करना सीख गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि 'हौसले बुलंद है तो जीत आसान है, कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं, जीता वही जो डरा नहीं'. परियोजना सचिव अमित कुमार ने उपस्थित सभी के प्रति आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाली बालिकाओ को मुख्य अतिथि श्री राम वचन तिवारी, श्री रमाकांत पाण्डेय, श्री विकास गुप्ता, श्री अजय कुमार चौबे द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में सुपरवाइजर श्री अनिल कुमार, श्री आसिफ अली, श्री विकास जैसवाल, कुमारी अंशिका यादव तथा कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षिकागण: कु० दीपमाला, कु०रूपा, कु०अंशिका पाण्डेय, श्रीमती रामकुमारी, कु०सोनी, श्रीमती वर्षारानी, श्रीमती विनीता, कु० नारेंदरी, श्रीमती लक्ष्मी द्वारा आयोजन में बढ़ चढ़कर सहयोग के साथ अपने सुन्दर विचार भी व्यक्त किये गए.
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